Happy Mothers Day : मदर्स डे पर पढ़ें छोटी-छोटी नज़्में
अजीज अंसारी | गुरुवार,मई 7,2020
एक मेहमान आने वाला है इस क़दर खुश है उसकी मां घर में
जैसे भगवान आने वाला है
आरबीआई गवर्नर बने उर्जित पटेल, क्या बोली कांग्रेस...
अजीज अंसारी | रविवार,अगस्त 21,2016
नई दिल्ली। आरबीआई गवर्नर के रूप में उर्जित पटेल की नियुक्ति को लेकर केन्द्र पर निशाना साधते हुए कांग्रेस ने आज कहा कि ...
कुर्बानी का त्योहार : ईदुज्जुहा
अजीज अंसारी | बुधवार,अक्टूबर 29,2014
बक़र ईद को आम आदमी बकरा ईद भी कहता है। शायद इसलिए कि इस ईद पर बकरे की क़ुर्बानी की जाती है। वैसे इस ईद को ईदुज़्ज़ोहा औए ...
सिकन्दर हमीद इरफ़ान की शायरी
अजीज अंसारी | बुधवार,अक्टूबर 29,2014
क़रीब बीस साल पहले एक नौजवान खन्डवा से आकाशवाणी के इन्दौर केन्द्र पर युवाणी प्रोग्राम में अपना कलाम सुनाने के लिए मदऊ ...
दिनेश चंचल की ग़ज़लों की पहली किताब 'इज़हार'
अजीज अंसारी | बुधवार,अक्टूबर 29,2014
उर्दू के रस्मुलख़त को लेकर एक बहस बरसों से जारी है। कुछ अदबी शख़्सियतों ने ज़ोर देकर कहा है कि उर्दू अब देवनागरी में लिखी ...
फ़ाज़िल अंसारी के अशआर
अजीज अंसारी | बुधवार,अक्टूबर 29,2014
इतना न अपनी क़िस्मत-ए-रोशन पे नाज़ कर
चढ़ता है आफ़ताब तो ढलता ज़रूर है
आया था अपने गाँव से दामन में लेके फूल
जाता ...
मोमिन की ग़ज़लें
अजीज अंसारी | बुधवार,अक्टूबर 29,2014
अगर ग़फ़लत से बाज़ आया जफ़ा की
तलाफ़ी की भी तो ज़ालिम ने क्या की
ग़ालिब की ग़ज़ल (शे'रों के मतलब के साथ)
अजीज अंसारी | बुधवार,अक्टूबर 29,2014
दुनिया में आसान से आसान काम भी मुश्किल होता है। जिसका सुबूत ये है कि आदमी वैसे तो इंसान ही है लेकिन फिर भी इसका मुकम्मल ...
ग़ालिब के अशआर और उनके माअनी
अजीज अंसारी | बुधवार,अक्टूबर 29,2014
ख़ुदा की बनाई हुई हर चीज़ फ़ना होने वाली है। हर चीज़, हर तस्वीर का लिबास काग़ज़ का है जो कभी भी जल सकता है, गल सकता है, फ़ना ...
आज तुम याद बेहिसाब आए
अजीज अंसारी | बुधवार,अक्टूबर 29,2014
तुम्हारी याद के जब ज़ख़्म भरने लगते हैं
किसी बहाने तुम्हें याद करने लगते हैं ------फ़ैज़