गुरुवार विशेष : करियर में अच्छी सफलता दिलाएं सरस्वती आराधना
कमजोर छात्रों के लिए सरल सरस्वती पूजन व प्रार्थना
ज्योतिष गणना के अनुसार पढ़ाई में कमजोर छात्रों की जन्मकुंडली में चंद्रमा और बुध निर्बल होता है। दरअसल, मन-मस्तिष्क का कारक चंद्रमा है और जब यह दुर्बल हो या पथभ्रष्ट चंचल हो जाए तो मन-मस्तिष्क में स्थिरता या संतुलन ठीक नहीं रहता। इसी तरह बुध की प्रतिकूलता की वजह से तर्क व कुशाग्रता में कमी आती है। स्मरण रहे कि हर छात्र को मेहनत के साथ-साथ अच्छी सफलता के लिए देवी सरस्वती की आराधना भी करनी चाहिए। ध्यान रहे कि सरस्वती आराधना होती तो बहुत आसान है लेकिन इसे गुरुवार से प्रारंभ कर गुरुवार को ही संपूर्ण करना पड़ता है। शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि इस साधना के लिए लाभदायक है। चैत्र माह की शुक्ल पंचमी में यह साधना तुरंत फल देती है।
खास बातें रखें ध्यान : - किसी भी छात्र या छात्रा को यह साधना स्वयं ही करनी चाहिए, अगर छात्र यह पूजन न कर सकें तो माता द्वारा इस साधना से सफलता मिलती है। सरस्वती पूजन करने वाले को पीले वस्त्र ही पहनने चाहिए। पूजन सामग्री : - महासरस्वती का यंत्र या देवी सरस्वती का चित्र, आठ छोटे नारियल, सफेद चंदन, अक्षत, श्वेत पुष्प, सुगंधित धूप व अगरबत्ती व घी का दीपक।
कैसे करें सरस्वती पूजन :-