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शनि की वक्री चाल, जानिए 12 राशियों का हाल...

शनि की वक्री चाल, जानिए 12 राशियों का हाल... - The effects of SATURN
शनि हुए वक्री, राशियों पर क्या होगा असर... 


 
इस 5 जून को शनि जयंती है तथा वर्तमान में शनि वृश्चिक राशि में वक्रीय स्थिति में है, जो 13 अगस्त को पुन: मार्गी हो जाएगा।

इस परिवर्तन का प्रभाव कुछ राशियों पर अत्यधिक, तो कुछ पर मध्यम भी है। वैसे आपको बता दें कि तुला, वृश्चिक व धनु राशि के जातक शनि की साढे़साती से पीड़ित है, वहीं सिंह व मेष के जातकों पर शनि की ढय्या का प्रभाव है। 

आइए जानते हैं कैसा रहेगा किस राशि के लिए शनिदेव का स्थान परिवर्तन :-  


 
आगे पढ़ें क्या होगा 12 राशियों पर परिवर्तन... 

 
 

 


मेष राशि के जातकों पर शनि की ढय्या का प्रभाव रहेगा। आठवें स्थान की ढय्या विपरीत फल देने वाली रहेगी। काम-काज में रुकावटों व अड़चनों की स्थितियां बनेंगी। आठवें स्थान पर शनि होने से स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है, शल्यक्रिया होने के योग हैं। साझेदारी में नुकसान हो सकता है। हालांकि खुद के बल पर व्यापार में लाभ होगा। 
 
 

 

वृषभ राशि के जातकों की राशि से शनि सातवें स्थान पर रहेगा। शनि की यह स्थिति मिश्रित फल देने वाली रहेगी। आय-व्यय एक समान होंगे। पति-पत्नी में तनाव के कारण दांपत्य जीवन में परेशानी का सामना करना पड़ेगा। शुभ कार्य के योग बन रहे हैं। नया वाहन खरीद सकते हैं। 
 
 

 


मिथुन राशि के जातकों की राशि में दिसंबर 2016 तक शनि छठे स्थान पर रहेगा। शनि की यह स्थिति शुभ फल देने वाली रहेगी। शत्रु परास्त होंगे। व्यापार में सफलता मिलेगी। अगस्त में जब शनि व्रक स्थिति में होगा, उस समय स्वास्थ्य को लेकर परेशानी हो सकती है। 
 
 

 


कर्क राशि के जातकों की राशि में शनि पांचवे स्थान पर है। शनि की यह स्थिति व्यापार व नौकरी के दृष्टिकोण से शुभ फल देने वाली रहेगी। आर्थिक उन्नति के योग हैं। अगस्त मध्य में शनि के वक्र स्थिति में होने से अप्रिय समाचार भी सुनने को मिल सकता है। 
 
 

 


सिंह राशि के जातकों की राशि में शनि चौथे स्थान पर है। शनि की ढय्या का प्रभाव राशि पर रहेगा, जिसके कारण कामों में बाधाएं व रुकावटें आएंगी। स्वास्थ्य को लेकर भी परेशानी बनी रहेगी। पेट से संबंधित कोई रोग हो सकता है। 13 अगस्त तक शनि की वक्र स्थिति में शल्यक्रिया के योग बन रहे हैं। 
 
 

 


कन्या राशि के जातकों की राशि में शनि राशि से तीसरे स्थान पर है। तीसरे स्थान पर शनि के होने से झूठा आरोप लग सकता है। घर-परिवार में स्थिति संतोषजनक रहेगी। 13 अगस्त तक शनि की वक्र स्थिति के कारण पैसा आएगा, लेकिन खर्च भी होगा। 
 
 

 


तुला राशि के जातकों पर इस समय शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव है। स्वास्थ्य को लेकर परेशानी बनी रहेगी। दुर्घटना होने का भय है। वाहन संभलकर चलाएं। रक्त संबंधी बीमारियां होने की आशंका है। आर्थिक रूप से भी परेशानी बनी रहेगी। 
 
 
 

 

वृश्चिक राशि के जातकों पर इस समय शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव है। स्वास्थ्य में परेशानी आ सकती है। नित नई समस्याएं आती रहेंगी। गोचरवश इस साल शनि वृश्चिक में ही स्थित है जिससे मानसिक कष्ट होगा।
 
 

 


धनु राशि के जातकों की राशि में शनि राशि से 12वें स्थान पर हैं। शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव रहेगा। खर्च में अत्यधिक वृद्धि हो सकती है। आर्थिक समस्या संभव है। प्रेम प्रसंगों में सफलता मिलेगी। दुर्घटना की संभावना है, वाहन संभलकर चलाएं।
 
 

 


मकर राशि के जातकों की राशि में शनि राशि से 11वें स्थान पर है। शनि की यह स्थिति लाभदायक होगी। स्वास्थ्य की दृष्टि से लाभ होगा। पुराने रोग समाप्त होंगे। धन लाभ के योग हैं। परिवार में सुख-शांति का वातावरण रहेगा। लॉटरी, जुआ, सट्टा व शेयर में निवेश हानि का कारण बन सकता है। 
 
 

 


कुंभ राशि के जातकों की राशि में शनि राशि से 10वें स्थान पर है। यह समय नई संभावनाएं से परिपूर्ण होगा। महत्वपूर्ण परिवर्तन की संभावना है। राशि स्वामी शनि के कारण स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। नौकरी में और भी बेहतर अवसर मिल सकते हैं।
 
 










मीन राशि के जातकों की राशि में शनि नौवें स्थान पर है। शनि की यह स्थिति शुभ रहेगी। धन लाभ के अनेक योग बनेंगे। 13 अगस्त तक शनि की व्रक स्थिति में कोई अनहोनी घटना हो सकती है। 

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