किस वार की प्रदोष से मिलेगा क्या फल, जानिए
प्रदोष व्रत कैसे करें :
शास्त्रों में प्रदोष व्रत की बड़ी महिमा है। सूर्यास्त के पश्चात पुन: स्नान करके भगवान शिव का षोडषोपचार से पूजन करें।
नैवेद्य में जौ का सत्तू, घी एवं शकर का भोग लगाएं, तत्पश्चात आठों दिशाओं में 8 दीपक रखकर प्रत्येक की स्थापना कर उन्हें 8 बार नमस्कार करें।
इसके बाद धर्म सत्वं वृषरूपेण से नंदीश्वर (बछड़े) को जल एवं दूर्वा खिलाकर स्पर्श करें।
शिव-पार्वती एवं नंदकेश्वर की प्रार्थना करें। प्रदोष व्रतार्थी को नमकरहित भोजन करना चाहिए। यद्यपि प्रदोष व्रत प्रत्येक त्रयोदशी को किया जाता है, परंतु विशेष कामना के लिए वार संयोगयुक्त प्रदोष का भी बड़ा महत्व है।
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किस वार की प्रदोष से मिलेगा क्या फल
आरोग्य के लिए- रविवार।
संतान प्राप्ति के लिए- सोमवार।
ऋण से छुटकारे के लिए- मंगलवार।
इष्ट प्राप्ति के लिए- बुधवार।
सफलता के लिए - गुरुवार
सौभाग्य के लिए- शुक्रवार।
हर तरह की मनोकामना के लिए- शनि प्रदोष शुभ है।