जानिए मई 2015 के शुभ-अशुभ योग...
मई माह के कार्य-सिद्धि योग
कार्य-सिद्धि योग सकारात्मक ऊर्जा से सम्पन्न होने के कारण किसी भी नए कार्य को शुरू करने के लिए श्रेष्ठ रहते हैं। इसके लिए किसी भी माह में नया कार्य आरंभ करना हो तो शुभ योग-संयोग देखकर किया जाए तो सफलता निश्चित रूप से मिलती है।
आपके लिए प्रस्तुत हैं मई माह के शुभ-अशुभ योग। जिनके अनुसार अगर आप कोई भी काम करेंगे तो निश्चित ही आपका कार्य सफल होगा...
मई माह के कार्य सिद्धि योग :
तारीख |
समय |
06 मई |
सूर्योदय से दिन 12.41 तक |
10 मई |
सूर्योदय से दिन 11.57 तक |
11 मई |
सूर्योदय से दिन 10.56 तक |
14 मई |
देर रात्रि 04.35 से 05.14 तक |
15 मई |
सूर्योदय से देर रात्रि 02.42 तक |
18 मई |
रात्रि 09.56 से देर रात्रि 05.12 तक |
20 मई |
सूर्योदय से रात्रि 08.46 तक |
21 मई |
रात्रि 09.09 से देर रात्रि 05.11 तक |
22 मई |
सूर्योदय से रात्रि 10.15 तक |
28 मई |
सूर्योदय से दिन रात |
30 मई |
सायं 04.31 से देर रात्रि 05.08 तक |
अमृत सिद्धि योग
06 मई |
सूर्योदय से दिन 12.41 तक |
15 मई |
सूर्योदय से देर रात्रि 02.42 तक |
सर्वदोषनाशक रवि योग
02 मई |
प्रात: 06.28 से 03 मई प्रात: 08.44 तक |
09 मई |
दिन 12.40 से 10 मई दिन 11.57 तक |
20 मई |
रात्रि 08.46 से 21 मई रात्रि 09.09 तक |
22 मई |
रात्रि 10.15 से 23 मई रात्रि 12.03 तक |
27 मई |
प्रात: 08.25 से 28 मई दिन 11.27 तक |
31 मई |
सायं 06.15 से प्रारम्भ |
शेष योग अगले पृष्ठ पर....
द्विपुष्कर (दो गुना फल) योग
19 मई |
रात्रि 09/04 से देर रात्रि 05/12 तक |
30 मई |
प्रात: 05/09 से अपरान्ह 04/31 तक |
त्रिपुष्कर (तीन गुना फल) योग
05 मई |
प्रात: 09.56 से दिन 11.51 तक |
10 मई |
प्रात: 06.47 से दिन 11.57 तक |
विघ्नकारक भद्रा
03 मई |
प्रात: 08.01 से रात्रि 08.37 तक |
06 मई |
रात्रि 10.01 से 07 मई प्रात: 09.53 तक |
10 मई |
प्रात: 06.47 से सायं 05.56 तक |
13 मई |
दिन 11.41 से रात्रि 10.26 तक |
16 मई |
दिन 02.33 से देर रात्रि 01.17 तक |
21 मई |
सायं 05.40 से 22 मई प्रात: 05.38 तक |
25 मई |
प्रात: 09.41 से रात्रि 10.53 तक |
29 मई |
प्रात: 06.06 से सायं 07.09 तक |
पंचक
11 मई |
रात्रि 10.20 से 15 मई देर रात्रि 02.42 तक |