शनिवार, 20 अप्रैल 2024
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Written By WD

परिजनों को रखेंगे खुश, तो ग्रह नहीं देंगे बुरा असर...

परिजनों को रखेंगे खुश, तो ग्रह नहीं देंगे बुरा असर... - Astrology
ग्रह दोष दूर करने के सरलतम अचूक उपाय, अवश्य आजमाएं...

ग्रहों का संबंध सिर्फ हमाारेे भाग्य या दिनचर्या से  नहीं होता बल्कि हमारे परिजनों से भी होता है। हम अपने परिजनों और प्रियजनों से जि‍स प्रकार का व्यवहार रखते हैं, वैसा ही फल हमें उनसे संबंधि‍त ग्रह देते हैं। भारतीय ज्योतिष में कुंडली के अशुभ ग्रहों के दोष दूर करने के सरल तरीके सुझाए गए हैं, जानिए अचूक उपाय - 

1 अगर आपका सूर्य अशुभ है तो पिता की सेवा करें। ज्योतिष के अनुसार आपकी कुंडली में सूर्य, आपके पिताका कारक होता है। पिता की सेवा कर सूर्य से शुभ फलोंं को प्राप्त कियाजा सकता है।
2 अगर आपका चंद्र अशुभ है तो मां का आशीर्वाद लें। कुंडली में चंद्रमा, मां का प्रतिनिध‍ित्व करता है। मां को आप जितना खुश रखेंगे और उनकी सेवा करेंगे, चंद्रमा उतना ही शुभ फल प्रदान करेगा।अगर पिछले जन्म का मां का कर्ज है तो इस जन्म में मंगल अशुभ होगा। मां को मीठा खिलाएं।
3 अगर आपका बुध अशुभ है तो बहन व बुआ का आशीर्वाद लें, उन्हें प्रसन्न रखें। क्योंकि‍ कुंडली के अनुसार बुध, बहन और बुआ का कारक होता है। उनके प्रसन्न रहने से बुध शुभ फल देता है।

गुरु अशुभ है तो समझिए कि पिछले जन्म का मंदिर का ऋण है। अत: मंदिर में सेवा करें। दादा या किसी बजुर्ग की सेवा करें। 

अगर कुंडली में शुक्र अशुभ है तो समझिए पिछले जन्म का पत्नी का ऋण है। अपनी पत्नी से कभी तेज आवाज में बात न करें। पत्नी का अपमान न करें। उसे गुलाबी वस्तु उपहार में दें।
 अगर कुंडली में शनि-राहु अशुभ हैं तो है अपने अधीनस्थ लोगों को हमेशा खुश रखें। नौकरों पर गुस्सा न करें। 

अगर केतु कुंडली में अशुभ है तो पिछले जन्म का पुत्र दोष है। अत: इस जन्म में पुत्र से बैर न रखें। उसे मनचाही वस्तु उपहार में देकर इस ऋण का निवारण करें।
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