शुक्रवार, 29 मार्च 2024
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Written By WD

सानिया को पैसे से नहीं देश से प्यार

सानिया को पैसे से नहीं देश से प्यार -
भारतीय टेनिस परी सानिया मिर्जा ने कहा कि मुझे कभी भी पैसों की चाहत नहीं रही और मुझे हमेशा अपने देश से प्यार रहा। यही कारण है कि मुझे दूसरे देश से खेलने के लिए ऊँची रकम के साथ प्रस्ताव मिले, जिन्हें मैंने स्वीकार नहीं किया।

बेंगलुरु ओपटेनिटूर्नामेंट में नहीं खेलने के बारे में सानिया ने कहा कि मैं फिट नहीं हूँ और मा‍नसिक रूप से भी तैयार नहीं हूँ। मुझे कभी कोर्ट में जाना पड़ता है तो कभी मुझे देश में अलग-अलग जगह दायर मुकदमों की तारीखें देखना पड़ती हैं। कभी मुझे फतवों का सामना करना पड़ता है तो कहीं कट्‍टरपंथियों के सामने माफी माँगना पड़ती है।

मैं समझ नहीं पाती कि आखिर देश के लोग मुझसे चाहते क्या हैं। पूरी दुनिया जानती है कि मैंने हमेशा विदेशी जमीन पर भारत का परचम फहराया है। मैं हमेशा भारत के लिए खेली हूँ, क्योंकि मुझे अपने देश से बेइंतहा प्यार है।

बेंगलुरु में मैं इसलिए नहीं खेल रही हूँ, क्योंकि मैं मा‍नसिक रूप से तैयार नहीं हूँ। जब तक मैं देश के लोगों का दिल नहीं जीत लेती, तब तक भारत में नहीं खेलूँगी। हाँ, विदेशी टूर्नामेंट में मैं जरूर हिस्सा लेती रहूँगी, क्योंकि यह देश की प्रतिष्ठा की बात होगी।

पिछले दिनों भारत में हुई घटनाओं ने मुझे इतना तोड़ दिया था कि मैंने टेनिस को हमेशा-हमेशा के लिए छोड़ देने का निर्णय ले लिया था, ले‍किन मेरे कोच महेश भूपति ने समझाया कि यह सब फौरी तौर पर है, तुम जल्दी ही इन सब चीजों से बाहर निकल जाओगी। मुझे दु:ख है कि मैं बेंगलुरु में नहीं खेल रही हूँ।

दूसरी तरफ महेश भूपति ने कहा कि सानिया के इस फैसले से मैं पूरी तरह सहमत हूँ। जब हम ऑस्ट्रेलिया में थे, तब देश में पता नहीं सानिया पर क्या-क्या आरोप लगाए जा रहे थे, जिससे वे काफी आहत थीं। आप समझ नहीं सकते कि एक खिलाड़ी किन पर‍िस्थितियों में टूर्नामेंट खेलता है। जब तक वह मानसिक रूप से पूरी तरह तैयार नहीं होता, अपने खेल पर ध्यान देने की स्थिति में नहीं होता।

भूपति ने कहा कि सानिया ने हमेशा के लिए देश में खेलने का अंतिम निर्णय नहीं लिया है। कुछ समय बाद जब सब सामान्य हो जाएगा, वे निश्चित रूप से भारत में खेलेंगी, लेकिन फिलहाल उन्हें उनके हाल पर छोड़ दें।