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Written By भाषा

सेंसेक्स फिर 17,000 के नीचे

Stock Market | सेंसेक्स फिर 17,000 के नीचे
ब्याज दरें बढ़ने की आशंका का असर मंगलवार को निवेशकों पर दिखा और बिकवाली के जारे से बीएसई का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स, लगातार दूसरे दिन टूटकर 17,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे बंद हुआ।

बीएसई का तीस शेयर आधारित सेंसेक्स शुरुआत में लाभ के साथ खुला था पर वह अपनी तेजी कायम नहीं रख सका। बाजार बंद होने के समय यह कल की तुलना में 220.39 अंक गिर कर 16,877.16 अंक था। कारोबार के दौरान सेंसेक्स नीचे में 16,835.78 तथा ऊपर में 17,200.47 अंक तक गया था। कल इसमें 21 अंक की गिरावट आई थी।

बाजार के जानकार लोगों के अनुसार बड़ी कंपनियों की ओर से तीसरी तिमाही में अग्रिम कर का भुगतान बढ़ाने की खबरों से शुरू में सेंसेक्स 100 से अधिक अंक मजबूत हुआ।

मुद्रास्फीति में उछाल के मद्देनजर रिजर्व बैंक द्वारा ऋण महँगा किए जाने के उपाय किए जाने की संभावना और मजबूत होने से निवेशकों ने बिकवाली बढ़ा दी, जिससे सेंसेक्स की शुरूआती कायम नहीं रह सकी।

इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 72.65 अंक टूटकर 5,033.05 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 5,129.45 और 5,018.25 के दायरे में रहा।

कारोबारियों का कहना है कि बढ़ती मुद्रास्फीति के मद्देनजर भातीय रिजर्व बैंक नीतिगत ब्याज दरें बढा सकता है ताकि नकदी पर नियंत्रण पाया जा सके। इस कारण बाजार में मंदडियांे का बोलबाला रहा और विशेषकर बैंकिंग व वित्तीय क्षेत्र के शेयर गिरावट में रहे।

बिकवाली दबाव का असर ब्याज दरों से सम्बद्ध बैंकिंग, वाहन तथा जमीन जायदाद क्षेत्र के शेयरों पर देखने को मिला।

देश के दो प्रमुख बैंकों एसबीआई, आईसीआईसीआई बैंक के शेयरों में लगभग तीन तीन प्रतिशत की गिरावट आई। एचडीएफसी बैंक, टाटा मोटर्स, आरकॉम, रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर भी अच्छे खासे टूटे।

एसएमसी ग्लोबल के उपाध्यक्ष राजेश जैन ने कहा कि अन्य मुद्राओं की तुलना में डालर में मजबूती से निवेशकों का शेयर बाजारों से ध्यान हटा है। विदेशी संस्थागत निवेशक डॉलर में निवेश कर सकते हैं।

वहीं आम रुख के विपरीत इन्फोसिस, विप्रो, आईटीसी, हिंडाल्को के शेयर लाभ में बंद हुए। क्षेत्रवार सूचकांकों में बैंकेक्स सबसे अधिक 2.95 प्रतिशत टूटा। कारोबार का आकार सुधरकर 4,382.05 करोड़ रुपए हो गया। (भाषा)