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Written By वार्ता

तीन सप्ताह बाद शेयर बाजार उछले

तीन सप्ताह बाद शेयर बाजार उछले -
तीन सप्ताह के बाद 30 जनवरी को समाप्त हफ्ते में जोरदार छलांग लगाने वाले शेयर बाजारों में आगामी सप्ताह उठापटक जारी रहने की संभावना है।

विदेशी संस्थानों की सटोरिया लिवाली से बीएसई के सेंसेक्स ने तीन सप्ताह के बाद बीते हफ्ते 749.89 अंक अर्थात 8.64 प्रतिशत की जोरदार छलांग लगाई और 9424.24 अंक पर पहुँच गया। एनएसई का निफ्टी इसकी तुलना में कम बढ़ा। इसमें 103.45 अंक अर्थात 3.73 प्रतिशत की बढ़त रही और यह सप्ताहांत 2874.80 अंक पर बंद हुआ।

बाजार विश्लेषकों का कहना है कि वर्तमान में जो परिस्थितियाँ हैं, उन्हें देखते हुए उठापटक की संभावना अधिक है। बीते सप्ताह तेजी में मासिक वायदा एवं विकल्प कारोबार की समाप्ति को देखते हुए शार्ट कवरिंग का भी योगदान रहा। विदेशी शेयर बाजारों की मजबूती भी सहायक रही।

दिल्ली शेयर बाजार के पूर्व अध्यक्ष और ग्लोब कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड के प्रमुख अशोक अग्रवाल का कहना है कि बाजार में अनिश्चितता का माहौल है जिसे देखते हुए उठापटक की अधिक संभावना है।

सरकार ने पिछले दो माह के दौरान डीजल और पेट्रोल के दामों में कमी की है। हालाँकि बीते दो सप्ताह से महँगाई की दर में वृद्धि का सिलसिला जारी है और यह 17 जनवरी को समाप्त हुए सप्ताह में 5.64 प्रतिशत पर पहुँच गई। इसे देखते हुए आने वाले सप्ताह में महँगाई की दर नीचे आ सकती है।

रिजर्व बैंक ने 27 जनवरी को घोषित चालू वित्तवर्ष की तीसरी तिमाही के लिए ऋण एवं मौद्रिक नीति की समीक्षा में प्रमुख ब्याज दरों में कोई बड़ा बदलाव नहीं किया। बीते सप्ताह अमेर‍िका की प्रतिनिधि सभा ने अर्थव्यवस्था को मंदी से उबारने के लिए 825 अरब डॉलर के प्रोत्साहन पैकेज को मंजूरी दी है।

अग्रवाल का कहना है कि डीजल और पेट्रोल की कीमतों में कमी के बावजूद ऑटो मोबाइल कंपनियों के शेयरों को विशेष फायदा होने की उम्मीद नजर नहीं आ रही है क्योंकि इस वर्ग की अग्रणी टाटा मोटर्स और यात्री कार वर्ग की प्रमुख मारुति सुजुकी के परिणाम निराशाजनक रहे हैं।

उनका मानना है कि निवेशकों को रियल एस्टेट कंपनियों के शेयरों में पूरे सोच-समझ के बाद निवेश करना चाहिए। हालाँकि वह एफएमसीजी, सॉफ्टवेयर और बुनियादी सुविधा कंपनियों के शेयरों को लेकर आशावादी हैं।

सेंसेक्स के अलावा बीएसई के मिडकैप में 91.28 अंक अर्थात 3.20 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई। स्मालकैप 2.57 प्रतिशत अर्थात 83.51 अंक बढ़कर 3339.05 अंक पर पहुँच गया।

बीते सप्ताह शेयर बाजारों में चार दिन कारोबार हुआ। सोमवार को गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में बाजार बंद थे। इसके बाद के दो दिन के कारोबार में शेयर बाजारों ने अच्छी छलांग लगाई जिस पर गुरुवार को कुछ ब्रेक लगा। अंतिम कारोबारी दिवस में शेयर बाजार एक बार फिर मजबूती में रहे।

सप्ताहांत सेंसेक्स में सर्वाधिक भारांक रखने वाला रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर 14.92 प्रतिशत की छलांग लगाकर 1325.20 रुपए पर पहुँच गया। ओएनजीसी में 658.20 रुपए पर 1.92 प्रतिशत की बढ़त रही। आईटी वर्ग की दूसरी बड़ी कंपनी इन्फोसिस टेक्नोलोजॉस का शेयर 1203.95 रुपए से बढ़कर 1305.50 रुपए पर बंद हुआ।

इंजीनियरिंग और निर्माण वर्ग की अग्रणी कंपनी एलएंडटी का शेयर अच्छे परिणामों की बदौलत 640.85 रुपए से बढ़कर 689.20 रुपए पर पहुँच गया।

बैंकिंग वर्ग के शेयर भी अच्छी बढ़त में रहे। आईसीआईसीआई बैंक 416.30 रुपए पर 14.27 प्रतिशत ऊँचा रहा। एसबीआई में 1152.20 रुपए पर 10.60 प्रतिशत बढ़े।

विदेशी संस्थागत निवेशक जिन्होंने पिछले साल 13 अरब डॉलर से अधिक की बिकवाली की, इस वर्ष भी निकासी में लगे हुए हैं। प्राप्त आँकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थानों ने 4245.30 करोड़ रुपए की शुद्ध निकासी की है। उधर कंपनियों के तिमाही परिणामों का सत्र खत्म हो चुका है।

अब तक आए परिणामों में 1548 कंपनियों के शुद्ध मुनाफे में पिछले वित्तवर्ष की तीसरी तिमाही के मुकाबले शुद्ध बिक्री में 14.3 प्रतिशत वृद्धि के बावजूद औसतन 22 प्रतिशत का नुकसान हुआ है।