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Written By वार्ता
Last Modified: नई दिल्ली (वार्ता) , रविवार, 6 जनवरी 2008 (17:17 IST)

शेयर बाजारों का नया रिकॉर्ड

शेयर बाजारों का नया रिकॉर्ड -
देश के शेयर बाजारों ने बीते सप्ताह सभी अनुमानों को झुठलाते हुए नव वर्ष का स्वागत नए रिकॉर्डों के साथ किया, किंतु बाजार विश्लेषकों का मानना है कि तकनीकी सुधार की आशंका निरंतर बनी हुई है।

बाजार विश्लेषक गत सप्ताह शेयर बाजारों में तकनीकी सुधार की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन विदेशी बाजारों की मजबूती, भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की शॉर्ट सेलिंग की अनुमति और चालू वित्तवर्ष की तीसरी तिमाही के बेहतर परिणामों की आशा ने इसे नजरदांज कर दिया। पिछले कुछ सप्ताह से शेयर बाजारों की तेजी में खासियत यह रही है कि मझोली और लघु कंपनियों के शेयर भी निवेशकों को खूब आकर्षित कर रहे हैं।

वित्तमंत्री पी. चिदम्बरम के सप्ताहांत के इस बयान से कि वह चाहते हैं कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ब्याज दरों में आधा प्रतिशत की कटौती करें, शेयर बाजारों को और प्रोत्साहित कर गया।

बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 2.38 प्रतिशत अर्थात 479.94 अंक की छलाँग लगाकर 20686.89 अंक के नए रिकॉर्ड पर पहुँच गया। एनएसई के निफ्टी में सप्ताह के दौरान 135.70 अंक की जोरदार बढ़त रही और यह 2.21 प्रतिशत की बढ़त से 6274.30 अंक के नए शिखर पर बंद हुआ। जोरदार तेजी की धारणा को दर्शाते हुए बीएसई के स्मालकैप और मिडकैप में क्रमश: 982.82 तथा 538.49 अंक की बढ़त रही।

बाजार विश्लेषकों का कहना है कि कच्चे तेल की रिकॉर्ड तोड़ कीमतें और वैश्विक मंदी चिंता का विषय है। दिल्ली शेयर बाजार के पूर्व अध्यक्ष और ग्लोब कैपीटल मार्केट्स लिमिटेड के प्रमुख अशोक कुमार अग्रवाल का मानना है कि वैश्विक स्थिति को देखते हुए शेयर बाजारों में उठा-पटक के साथ ही तकनीकी सुधार की संभावना बनी हुई है।

अग्रवाल का कहना है कि चिदम्बरम का ब्याज दरों के संबंध में बयान सकारात्मक तो है, किंतु इससे एक दिन पहले ही देश के अग्रणी वाणिज्यिक बैंक भारतीय स्टेट बैंक के सावधि जमाओं पर आधे से लेकर पौने दो प्रतिशत की बढ़ोतरी से स्थिति भ्रामक दिख रही है। अमेरिकी अर्थव्यवस्था की मंदी बाजार को सता रही है। इससे देश की सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों के शेयर खासे प्रभावित हो रहे हैं।

बीते सप्ताह प्रमुख शेयरों ने अच्छी बढ़त पाई। सेंसेक्स में सर्वाधिक भारांक रखने वाला रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर 3.02 प्रतिशत बढ़कर 2985.85 रुपए पर पहुँच गया। आईसीआईसीआई बैंक में 1285 रुपए पर पौने पाँच प्रतिशत और एनटीपीसी में 271.75 रुपए पर 12.57 प्रतिशत की जोरदार बढ़त दर्ज की गई।

रिलायंस एनर्जी का शेयर 16.47 प्रतिशत बढ़कर 2510.35 रुपए पर पहुँच गया। कंपनी की इकाई रिलायंस पावर का प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम 15 जनवरी को खुलने जा रहा है। देश में यह अब तक का सबसे बड़ा प्रारंभिक निर्गम होगा। कंपनी इससे साढ़े दस हजार से साढ़े ग्यारह हजार करोड़ रुपए जुटाएगी। रिलायंस पावर में रिलायंस एनर्जी का पचास प्रतिशत हिस्सा है।

आवास ऋण की अग्रणी एचडीएफसी के शेयर में सप्ताह के दौरान 311.30 रुपए पर 6.41 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। आईटीसी 219.55 रुपए पर 6.84 प्रतिशत ऊपर रहा। रुपए की मजबूती और अमेरिकी अर्थव्यवस्था की मंदी में सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र के शेयरों में गिरावट रही। इस क्षेत्र की दूसरी बड़ी कंपनी इन्फोसिस टेकनोलॉजीस के शेयर में 5.62 प्रतिशत की गिरावट आई। वाहनों की कीमत बढ़ाने के समाचारों से देश की अग्रणी कार कंपनी मारुतिसुजूकी का शेयर 964.50 रुपए पर दो प्रतिशत नीचे आया।