मुस्लिम ने किया हिंदू लड़की का कन्यादान
गुजरात के वडोदरा में सांप्रदायिक दंगों की आग में झुलसे एक गांव में एक मुस्लिम युवक ने एक आदिवासी हिंदू लड़की का कन्यादान कर एक मिसाल कायम की, जबकि लड़की के अपने रिश्तेदार उसकी मदद करने से कतरा गए।जिले के कावंत तालुका में पांवाड गांव के सोनी टोले के मुस्लिम समुदाय के लोग गरीब मधुबेन राठवा की मदद के लिए आगे आए और उन्होंने मधुबेन की बेटी अल्पा की शादी का सारा खर्च उठाया, साथ ही बारात का स्वागत-सत्कार भी किया। गांव के फरीद सोनी ने कहा कि हमने अल्पा की मदद करने का फैसला किया, क्योंकि उसका कोई भाई नहीं है और उसकी विधवा मां आंगनवाड़ी कर्मी हैं। गांव के मुस्लिम बहुल सोनी टोले में उनका अकेला हिंदू आदिवासी परिवार है। अल्पा की शादी इसी हफ्ते वाव गांव के राजेश राठवा से हुई। फरीद ने वलीभाई पटेल, रहमान सोनी, रसूल टेलर और अन्य की मदद से बारातियों की खातिरदारी की। फरीद ने कहा कि हमने उसे जेवर और घर-गृहस्थी का अन्य दूसरा सामान दिया और यह सारा खर्च हमारे समुदाय के सदस्यों ने वहन किया। मुस्लिम पड़ोसियों की रहमदिली की तारीफ करते हुए मधुबेन ने कहा कि मेरी बेटी की शादी मुस्लिम समुदाय के लोगों की मदद के बगैर नहीं हो सकती थी, क्योंकि मेरे अपने रिश्तेदार शादी से दूर रहे। शायद उन्होंने (मेरे रिश्तेदारों) ने गांव के इस (मुस्लिम बहुल) इलाके में मेरे रहने के चलते ऐसा किया। इस सहयोग को लोग साम्प्रदायिक एकता और सौहार्द की मिसाल के रूप में देख रहे हैं। गुजरात दंगों के दौरान 2002 में यह गांव दंगों की आग में झुलसा था। आदिवासियों ने मुसलमानों की संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचाया था और ऐसे समय में अनेक मुस्लिम परिवार को गांव छोड़कर भागना पड़ा था। (भाषा)