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Written By WD

भोजशाला में पूजा भी हुई, नमाज भी

भोजशाला में पूजा भी हुई, नमाज भी -
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धार। मध्यप्रदेश के धार मे स्थित भोजशाला में बसंत पंचमी के मौके पर शुक्रवार को भारी सुरक्षा बंदोबस्तों के बीच मुस्लिम धर्मावलंबियों ने नमाज और हिंदू धर्मावलंबियों ने पूजा की।

हालांकि पुलिस ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कम से कम आधा दर्जन बार लाठीचार्ज करने के साथ ही अश्रुगैस के गोले भी छोड़े। इन घटनाओं में 40 लोगों को चोट लगने की सूचना है, जिनमें से आधा दर्जन को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार भोजशाला के पास मोतीबाग क्षेत्र और अन्य इलाकों में कम से आधा दर्जन बार पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इसके अलावा भीड़ को तितर-बितर करने के लिए अश्रुगैस के गोले भी छोड़े। दिनभर शहर में आसपास के क्षेत्रों से आए हिंदू धर्मावलंबियों की भीड़ रही। हालांकि प्रशासन ने 12 बजे के बाद किसी को भी भोजशाला परिसर में नहीं जाने दिया। वहीं भीड ने एक र्दजन से अधिक सरकारी वाहनों में तोड़फोड़ करते हुए एक मोटरसाइकल में आग लगा दी।

इंदौर की पुलिस महानिरीक्षक अनुराधा शंकरसिंह ने पत्रकारों से कहा कि भोजशाला परिसर में 16 मुस्लिम धर्मावलंबियों ने नमाज अदा की। दोपहर में 12 बजे से तीन बजे के बीच भोजशाला परिसर में हिंदुओं को पूजा करने के लिए प्रवेश नहीं देने के आदेश का भी पालन कराया गया। हालांकि अनेक हिंदू धर्मावलंबी इस अवधि में भी पूजा के लिए अंदर जाने की कोशिश के साथ ही सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते देखे गए।

शाम तक नगर में धर्मावलंबियों की भीड़ के मद्देनजर पुलिस प्रशासन अभी भी सतर्क है। वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि एक तरह से यह प्रकरण छिटपुट घटनाओं को छोड़कर शांतिपूर्ण ढंग से निपट गया।

धार मे कानून-व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी सुबह से ही पूरी तरह सक्रिय रहे। कुछ लोगों ने प्रतिबंधित क्षेत्र में निर्धारित समय के बाद भी घुसने का प्रयास किया, लेकिन प्रशासन ने उसे सफल नहीं होने दिया। प्रशासनिक अधिकारी मीडिया के साथ ही आम लोगों से अफवाहों पर ध्यान नहीं देने का अनुरोध करते रहे।

इस बीच राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता अजयसिंह ने भोपाल मे जारी एक बयान में आरोप लगाया कि प्रशासन भोजशाला मे शांति-व्यवस्था बनाए रखने में नाकाम रहने के साथ ही भारतीय पुरातत्व र्सवेक्षण (एएसआई) के निर्देशों के अनुरूप मुस्लिम धर्मावलंबियों को नमाज और हिंदुओं को पूजा कराने में असफल रहा। इस वजह से राज्य सरकार को सत्ता में रहने का अधिकार नहीं है।

एएसआई ने वसंत पंचमी और शुक्रवार की नमाज एक साथ पड़ने के कारण आज सूर्योदय से दोपहर बारह बजे तक और दोपहर तीन बजे से सूर्यास्त तक हिंदू धर्मावलंबियो को पूजा करने और दोपहर एक से तीन बजे तक मुस्लिम धर्मावलंबियों को नमाज पढ़ने की इजाजत दी थी। मामला कमोवेश शांतिपूर्ण ढंग से निपटने के कारण प्रशासनिक अधिकारियों के साथ ही सरकार ने राहत की सांस ली है। (एजेंसी/वेबदुनिया)