पूजन और नमाज एकसाथ हो सकती है : उमा भारती
गंगा समग्र की सूत्रधार एवं मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा है कि इस बार बसंत पंचमी शुक्रवार को पड़ने की वजह से धार स्थित भोजशाला में पूजन और जुमे की नमाज एकसाथ हो सकती है तथा इसके लिए मुसलमानों को सहिष्णुता दिखानी चाहिए।अंतरराष्ट्रीय नदी महोत्सव में शामिल होने आई उमा ने शनिवार को यहां संवाददाताओं से कहा कि कुछ साल पहले भी ऐसा ही मौका आया था, जब शुक्रवार के दिन बसंत पंचमी का उत्सव था, तब मुसलमानों ने सहिष्णुता दिखाते हुए भोजशाला की छत पर नमाज पढ़ी थी और हिन्दुओं ने नीचे पूजन किया था।उन्होंने कहा कि भोजशाला में परंपरानुसार बसंत पंचमी को हिन्दू समुदाय वाग्देवी की पूजा कर सकें और उस दिन शुक्रवार होने की वजह से कमाल मौला मस्जिद में मुसलमान जुमे की नमाज अदा कर सकें, इसके लिए मुस्लिमों सहित सभी को सहिष्णुता दिखानी चाहिए ताकि शांतिपूर्वक पूजन कार्यक्रम हो सके।उन्होंने कहा कि पंचमी पूजन एवं जुमे की नमाज का आयोजन हिन्दू-मुस्लिम बंधुओं को मिलकर करना चाहिए। इससे प्रदेश और देश में सांप्रदायिक सद्भाव का संदेश जाएगा। संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु को दी गई फांसी पर प्रतिक्रिया में उमा ने कहा कि आतंकी अफजल गुरु को फांसी देने में देरी हुई है जिससे देश को नुकसान हुआ है।गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर पेश करने की चर्चा के संदर्भ में उन्होंने कहा कि उन्होंने (मोदी) कोई दावेदारी नहीं की है, फिर भी अगर उनका नाम सामने आ रहा है तो पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह जब उनसे परामर्श लेंगे तो वे अपने मत से उन्हें अवगत कराएंगी। (भाषा)