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Written By भाषा
Last Modified: केंद्रपाड़ा , बुधवार, 12 दिसंबर 2012 (22:43 IST)

...जहां मकानों में नहीं हैं दरवाजे-खिड़कियां

...जहां मकानों में नहीं हैं दरवाजे-खिड़कियां -
ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले में एक ऐसा गांव है, जहां के घरों में न दरवाजे हैं, न खिड़कियां। जिले में सियालिया नाम के इस गांव के बाशिंदों का मानना है कि देवी खरखई ठकुरानी उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचने देती।

स्थानीय पुलिस के मुताबिक इस गांव में लंबे समय से चोरी की कोई घटना दर्ज नहीं की गई है। पट्टामुंडई के सब डिवीजनल पुलिस अधिकारी रामचंद्र गौड़ ने कहा कि कई साल से इस गांव में चोरी या सेंधमारी की कोई घटना नहीं हुई है।

उन्होंने बताया, हालांकि अन्य आपराधिक घटनाएं हुई हैं। वहीं आस-पड़ोस के गांव के कई लोगों ने देवी के भरोसे लोगों के इस तरह से रहने को अंधविश्वास बताया। इस गांव के निवासी अभिराम राउत ने बताया, हमारी देवी में आस्था है। वह हमें सभी तरह की बुराइयों से बचाती हैं। उनके आदेश का सम्मान करने के लिए हमने अपने मकान बगैर दरवाजे और खिड़कियों के बनवाए हैं।

प्रखंड विकास पदाधिकारी राजकनिका बासुदेव महारी ने बताया कि कुछ साल पहले एक सरकारी एजेंसी ने ग्रामीणों की इच्छा को ध्यान में रखते हुए एक सामुदायिक भवन बनवाया और उसमें दरवाजे-खिड़कियां नहीं लगाए गए।

महारी ने बताया, बढ़ई ने जब दरवाजा और खिड़की लगाने की कोशिश की, तब स्थानीय लोगों ने आपत्ति जताई। ग्रामीण रामकांत नायक ने कहा कि चूंकि दरवाजे और खिड़कियां नहीं हैं, इसलिए गांव के लोग दरवाजे पर परदे लगाकर रखते हैं, ताकि उनकी निजता बनी रही। (भाषा)