कैसे शुरू करें बच्चों की बेड टाइम ट्रेनिंग
- शिखा पलटा
आज की लाइफ स्टाइल पहले की लाइफ स्टाइल से बहुत अलग है। मोबाइल, टीवी, इंटरनेट ने हमारी जिंदगी में जितनी चीजें आसान बना दी है, उतना ही हम व्यस्त भी हो गए हैं। अगर आपके बच्चे का प्री-स्कूल जाने का समय आ गया है और उसका अभी भी रात में सोने का कोई निर्धारित समय नहीं है तो यह आपके लिए एक समस्या का कारण हो सकता है। जब तक बच्चा स्कूल न जाए तब तो ठीक है। अगर वह रात में देर से भी सोता है तो सुबह देर तक सोकर अपनी नींद पूरी कर सकता है, लेकिन जब वह स्कूल जाने लगता है तो उसकी नींद पूरी नहीं हो पाती और वह चिड़चिड़ाने लगता है...।नींद पूरी न होने से बच्चे के मस्तिष्क का पूरा विकास नहीं हो पाता। क्या आप अपने बच्चे के स्कूल की शुरुआत ऐसे करना चाहेंगे? इसलिए शुरू से उसे बेड टाइम ट्रेनिंग की आदत डालनी चाहिए।यह ठीक उसी तरह है जिस तरह हमारी मां हमें सोने से पहले अपनी लोरियां सुनाती थीं। आइए जानें कुछ ऐसी बातें जिससे हम अपने बच्चे को ट्रेंड कर सकते हैं बेड टाइम ट्रेनिंग के लिए-
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बेड टाइम ट्रेनिंग आप 4 से 5 माह के बच्चे के साथ कर सकते हैं। शुरुआत में आपको थोड़ी समस्या जरूर होगी लेकिन बाद में यह बहुत मददगार साबित होगी। बच्चे को सुलाने से पहले आप उनकी हल्की-हल्की मालिश कीजिए। गुनगुने पानी से उनका मुंह-हाथ धोएं (स्पंज करना)। 2.
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