मंगलवार, 16 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. खेल-संसार
  2. »
  3. क्रिकेट
  4. »
  5. समाचार
Written By वार्ता

पोंटिंग बने सबसे बड़ा निशाना

पोंटिंग बने सबसे बड़ा निशाना -
दसवें विश्वकप के उद्घाटन समारोह से पहले इस मेगा टूर्नामेंट में हिस्सा ले रही 14 टीमों के कप्तानों की गुरुवार को संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में गत चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के कप्तान रिकी पोंटिंग अनचाहे में सबसे बड़ा निशाना बन गए।

हालाँकि यह एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस थी लेकिन ऑस्ट्रेलियाई कप्तान सबसे ज्यादा सवालों के घेरे में रहे और साथ ही सबके आकर्षण का केन्द्र भी बने रहे। उन्होंने यह बताने की नाकाम कोशिश की कि उनकी टीम भारत और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दो अभ्यास मैच कैसे हार गई।

पोंटिंग ने यह स्वीकार किया कि यदि उनकी टीम लगातार चौथी बार विश्वकप नहीं जीत पाती है तो अनुभव की कमी कोई बहाना नहीं होगी। पोंटिंग ने कहा कि यदि आप पिछले दो विश्वकपों के मुकाबले मौजूदा टीम को देखें तो यह कागज पर कोई बहुत अलग नजर नहीं आएगी। बेशक इस टीम में मैकग्रा, वॉर्न या गिलक्रिस्ट नहीं हैं लेकिन जो खिलाड़ी इस टीम में हैं वे 50 से 70 वनडे का अनुभव रखते हैं।

ऑस्ट्रेलिया को अपने दोनों अभ्यास मैचों में भारत से 38 रन से और दक्षिण अफ्रीका से सात विकेट से पराजय झेलनी पड़ी थी। पोंटिंग ने कहा 'यह उतनी अनुभवहीन टीम नहीं है जितनी नजर आती है। मुझे पूरी उम्मीद है कि जैसे-जैसे टूर्नामेंट आगे बढ़ेगा। हमारे खिलाड़ी शानदार प्रदर्शन करेंगे।

पोंटिंग ने कहा 'बेशक टूर्नामेंट में हमारी अच्छी शुरुआत नहीं हुई क्योंकि दोनों ही अभ्यास मैचों में परिस्थितियाँ काफी मुश्किल थीं लेकिन मुझे टूर्नामेंट में अच्छी शुरुआत की उम्मीद है क्योंकि हमारा पहला मैच 21 फरवरी को जिम्बाब्वे के खिलाफ है।

ऑस्ट्रेलिया को जिस तरह भारतीय उपमहाद्वीप की परिस्थितियों से अभ्यस्त होने में जूझना पड़ रहा है, ठीक वैसी ही स्थिति इंग्लैंड की भी है जिसे बुधवार को कनाडा जैसी कमजोर टीम को 16 रन से हराने में एड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ा था।

इंग्लैंड के कप्तान एंड्रयू स्ट्रॉस ने कहा 'मैं इस मुद्दे पर रिकी से सहमत हूँ। यहाँ सबसे महत्वपूर्ण बात परिस्थितियों से अभ्यस्त होना है क्योंकि यहाँ की परिस्थितियाँ ऑस्ट्रेलिया के माहौल के मुकाबले बिल्कुल अलग और मुश्किल हैं।' (वार्ता)