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Written By WD
Last Modified: शनिवार, 29 मार्च 2014 (19:56 IST)

धोनी गलत होने पर बाप का भी मर्डर कर दे..!

धोनी गलत होने पर बाप का भी मर्डर कर दे..! -
नई दिल्ली। आईपीएल फिक्सिंग में टीम इंडिया के कप्तान महेन्द्रसिंह धोनी का नाम घसीटा जा रहा है, लेकिन क्या वे बेईमान हैं या फिर ईमानदार? इसका खुलासा टीवी चैनल आजतक के स्टिंग में किया गया है। इस स्टिंग में धोनी के ईवेंट मैनेजर अरुण पांडेय को दिखाया गया है।
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पांडे ने कहा है कि अगर आप धोनी को दोष दे रहे हैं तो मैं आपको एक बात बता दूं। मैं जानता हूं उस आदमी को, वो ऐसा इंसान है जो गलत हो जाए तो अपने बाप का मर्डर कर दे। उसकी नजर में एक लाख रुपए हों या एक रुपया, दोनों ही घूस है। वे ऐसा नहीं कर सकते।

उल्लेखनीय है कि पूरी दुनिया में उस समय तूफान मच गया था जब आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग के आरोप में तीन खिलाड़ियों को गिरफ्तार करके जेल भेजा गया था।

कौन है असली फिक्सर, पांडेय ने बताया... पढ़ें अगले पेज पर...


पांडे ने खुलासा किया कि सट्टेबाजी के इस खेल में सिर्फ खिलाड़ियों के नाम ही उछाले जा रहे हैं, जबकि असली खिलाड़ी तो संसद में बैठे हुए हैं और उनका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। आप भी नहीं। जब पांडे से जेल भेजे खिलाड़ियों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने उन्हें बहुत मामूली बताया। पांडे ने कहा कि वे तो चूजे हैं चूजे। 40 लाख, 60 लाख रुपए कमाए होंगे।

उन्होंने कहा कि असली खिलाड़ी तो बाजार के हैं, वे बहुत तेज हैं और उनके पास तक कोई नहीं पहुंच सकता। उनके बारे में कुछ भी सामने नहीं आता। इस स्टिंग में पांडे ने कई बातों पर प्रकाश डाला है। कुल मिलाकर उसका कहना है कि इस मामले में कैप्टन कूल पूरी तरह निर्दोष हैं।

क्या है धोनी की हकीकत... पढ़ें अगले पेज पर...


पांडे ने कहा कि सट्‍टेबाजी के मामले में खिलाड़ियों के नाम उछाले जा रहे हैं, जबकि असली लोग पर्दे के पीछे हैं। उन्होंने कहा कि दरअसल श्रीनिवासन और ललित मोदी की लड़ाई में धोनी भी पिस रहे हैं। धोनी को इस मामले में जबर्दस्ती घसीटा गया है। यह सब कुर्सी की लड़ाई है। चाहे गुरुनाथ मयप्पन हों या‍ फिर श्रीनिवासन। लड़ाई उन लोगों की है और बेचारा धोनी पिस रहा है।

धोनी के मैनेजर ने कहा कि चेन्नई सुपरकिंग में गुरुनाथ मयप्पन को कोई नहीं रोकता था। आखिर दामाद है वह। पांडे ने कहा कि मयप्पन की ऑफिसियल एंट्री के बारे में तो हम नहीं बता सकते... होती थी, नहीं होती थी, लेकिन साला वो बिल्ली के गले में घंटी कौन बांधे। कौन रोके भाई दामाद है। मैं उसको रूपा का पति समझता था। क्योंकि इंडिया सीमेंट में भी था न ये। दामाद है।

साक्षी से कैसे मिला विन्दू दारासिंह... पढ़ें अगले पेज पर....


अरुण पांडे ने साक्षी और विन्दू की मुलाकात के बारे में कहा कि साक्षी को कौन नहीं जानता है। वह साक्षी को मिला आके ग्राउंड पर। कोई मैच देखने आएगा, नहीं मिलेगा साक्षी से एमएस धोनी की वाइफ है। बॉस भारत का कप्तान है...सबसे बड़ा। इंडिया नहीं, वर्ल्ड का कप्तान है मजाक है वो। मजाक तो इन लोगों ने बना रखा है न। हर आदमी समझ रहा है चाहे सरकार बैठी हो चाहे पुलिस।

विन्दू के बारे में पूछने पर पांडे ने कहा कि मैं और साक्षी बैठे हैं। साथ में वो ***** आया बगल में बैठ गया आके। मुझे गुस्सा आया, क्योंकि वो लकी सीट थी मेरी। मैं गया अंदर चाय पीने। मैं आया देख रहा हूं। वो मेरी सीट पर बैठा है। मैंने साक्षी को बोला साक्षी, साक्षी क्या यार... इसको हटाओ यहां से। हमें शर्म आ रही है....कैसे हटाए इसको।

पांडे के मुताबिक विन्दू ने साक्षी से बोला कि बोला कि भाभी अरे मुंबई आया करो। आप लोग शूट-वूट करने आते रहते हो। कभी खाना-वाना खाते हैं साथ में। तो नंबर दे दो। साक्षी का नंबर मांग रहा था, लेकिन साक्षी बोली मेरी बैटरी डाउन है फोन की बैटरी। अच्छा हुआ नंबर नहीं दिया उसने।