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Written By भाषा
Last Modified: रांची , शुक्रवार, 19 मार्च 2010 (16:28 IST)

झारखंड के चार क्रिकेटरों को आईपीएल में मौका

4 Jharkhand players in IPL 3 | झारखंड के चार क्रिकेटरों को आईपीएल में मौका
क्रिकेट में अपने दौर के दिग्गज खिलाड़ी सुनील गावस्कर, बिशन सिंह बेदी और गुंडप्पा विश्वनाथ जिस तरह आज की युवा पीढी को प्रेरणा देते हैं उसी तरह महेंद्र सिंह धोनी ने झारखंड के उभरते क्रिकेटरों पर अपना असर छोड़ा है।

इशांक जग्गी, राहुल शुक्ला, वरुण आरोन और सौरभ तिवारी, ये उन खिलाडि़यों के नाम हैं जिन्हें इंडियन प्रीमियर लीग की अलग, अलग फ्रेंचाइजी ने अपनी टीमों में जगह दी है।

बिहार रणजी टीम के पूर्व कप्तान आदिल हुसैन का मानना है ‘इसमें कोई शक नहीं कि धोनी के इस खेल में नाम कमाने से झारखंड के युवाओं को क्रिकेट के प्रति प्रेरित किया है।'

मैदान पर उनकी उपस्थिति और निरंतर बेहतर प्रदर्शन ने उभरते क्रिकेटरों में उत्साह भर दिया है और यह आईपीएल की टीमों में चार खिलाडि़यों के शामिल होने से साफ झलकता है।

हुसैन ने कहा ‘हमारे समय में बिहार और उत्तर प्रदेश के खिलाडी बड़ी मुश्किल से राष्ट्रीय टीम में जगह बना पाते थे। चयन के लिए रणजी ट्रॉफी में उनके प्रदर्शन पर गौर किया जाता था और इन खिलाडि़यों को बड़ी मुश्किल से अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिलता था।’

झारखंड के तेज गेंदबाज वरुण आरोन को शाहरुख खान की कोलकाता नाइट राइडर्स टीम में शामिल किया गया है जबकि उनके साथी राहुल शुक्ला ने सचिन तेंडुलकर के नेतृत्व वाली मुंबई इंडियंस में जगह बनाई हैं। आईपीएल में अबतक दो अर्धशतक लगा चुके सौरभ तिवारी भी मुंबई इंडियंस की ओर से खेल रहे हैं।

हुसैन ने कहा ‘अगर ये खिलाड़ी इस आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो उन्हें एकदिवसीय और टेस्ट क्रिकेट में खेलने का मौका मिल सकता है क्योंकि ऐसे कई खिलाड़ी हैं जो आईपीएल के पहले और दूसरे सत्र में अच्छा खेल दिखाकर क्रिकेट के अन्य दो प्रारूपों में राष्ट्रीय टीम में जगह बना चुके हैं।’

बिहार के एक अन्य पूर्व कप्तान तथा जम्मू और कश्मीर रणजी टीम के वर्तमान कोच केवीपी राव का भी मानना है कि अगर कोई क्रिकेटर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतर प्रदर्शन कर रहा है तो अन्य लोगों के लिए खुद ब खुद इस खेल में रुचि पैदा होती है।

राव ने कहा ‘गावस्कर और बेदी के दिनों में क्यों जाएँ, सौरव गांगुली और देबाशीष मोहंती ने भी अंतररष्ट्रीय क्रिकेट खेलकर क्रमश: अपने राज्यों बंगाल और उड़ीसा के खिलाडि़यों को आकर्षित किया।’

राव ने कहा ‘लेकिन इन खिलाडियों को संयम रखना सीखने जरूरत है और निरंतर बेहतर प्रदर्शन के लिए झारखंड क्रिकेट अधिकारियों को क्लब क्रिकेट को बढ़ावा देना चाहिए।' (भाषा)