असंतुष्ट को मिल सकता है नोबल पुरस्कार
जिया, झिशेंग और लिदिया हैं प्रबल दावेदार
वर्ष 2008 के नोबल शांति पुरस्कार के लिए किसी चीनी या रूसी असंतुष्ट के नाम की घोषणा हो सकती है। विशेषज्ञों ने कहा कि इन देशों में मानवाधिकार स्थितिओं को उजागर करने की पहल करने के कारण रूस या चीन के किसी असंतुष्ट नेता को इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया जा सकता है।चीन में सरकार से असंतुष्ट हू जिया, गाओ झिशेंग तथा चेचन्याई मानवाधिकार वकील लिदिया युसुपोवा को इस साल के नोबल शांति पुरस्कार के लिए दमदार उम्मीदवार माना जा रहा है। वर्ष 2008 संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकारों की वैश्विक घोषणा का 60वाँ वर्ष है।दलाई लामा को यह पुरस्कार मिलने के 19 वर्ष बाद नार्वे की पाँच सदस्यीय नोबल समिति चीनी शासन को उसके बीजिंग ओलिम्पिक के बाद मानवाधिकार स्थितियों में सुधार के संकल्प को याद दिलाने के लिए इनमें से किसी नाम का चयन कर सकती है।