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Written By भाषा

वर्ल्ड नो डाइट डे : 6 मई

उपवास से ‍मिलती है ताजगी

Tips for Youth | वर्ल्ड नो डाइट डे : 6 मई
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शहरी जीवन में खानपान संबंधी अनियमितताओं से होने वाले रोगों से बचने के लिए उपवास एक प्रभावी तरीका है जो आपमें ताजगी एवं उत्साह भर देता है लेकिन विशेषज्ञों के अनुसार उपवास यदि उचित तरीके से नहीं किया जाए तो इससे फायदे की बजाय नुकसान अधिक होते हैं।

उपवास करने से आदमी हल्का महसूस करता है। लेकिन उपवास को लेकर हमारे समाज में जो आम चलन है उसे स्वास्थ्य की दृष्टि से अच्छा नहीं कहा जा सकता। इससे फायदा होने की बजाय नुकसान ज्यादा होता है।

उन्होंने कहा कि व्रत.उपवास के नाम पर लोग साबूदाना, आलू, तली हुई मूँगफली, सिंघाड़े और कुट्टू के आटे का प्रयोग करते हैं। यह अपने आप में पर्याप्त गरिष्ठ भोजन है जो स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है। इससे आपके शरीर को उपवास का कोई लाभ नहीं मिलेगा। इसके बजाय उपवास के दिनों में फल विशेषकर रसदार फल अधिक खाने चाहिए।

बीमारी से पीड़ित लोगों के लिए तो जरूरी है कि वे समय समय पर कुछ खाते रहें। ऐसे लोगों को चिकित्सक या डायटिशियन की सलाह से ही उपवास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि उपवास में बेहद जरूरी है कि पानी तथा तरल पदार्थों का अधिक प्रयोग किया जाए।

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शरीर को स्वस्थ रहने के लिए निश्चित मात्रा में प्रोटीन, खनिज, कार्बोहाइड्रेट तथा अन्य जरूरी तत्वों की आवश्यकता होती है। यदि उपवास के दिनों में मनुष्य के शरीर को यह नहीं मिलेगा तो व्यक्ति थकावट आदि महसूस करने लगेगा। इसलिए जरूरी है कि उपवास करने से पहले विशेषज्ञों से राय ली जाए। कुछ रोगों में उपवास रखना जरूरी है। लेकिन मधुमेह, थायराइड जैसे कुछ रोगों में उपवास करने से नुकसान हो सकता है। साथ ही बीमार, उम्रदराज लोगों को भी व्रत नहीं करने चाहिए।

भोजन नहीं लेने से कई लोगों को चक्कर, थकावट, वोमेटिंग आदि की शिकायतें होती हैं। ऐसे में जरूरी है कि वे अपने चिकित्सकों से सलाह लेकर ही उपवास करें। उन्होंने कहा कि उपवास में बेहद जरूरी है कि तरल पदार्थों को बराबर लेते रहे। इससे शरीर में जल की मात्रा कम नहीं होगी।

व्रत-उपवास से जुड़ी एक बात यह भी देखने में आती है कि व्यक्ति एक दिन तो बिल्कुल नहीं खाता या बहुत कम खाता है लेकिन व्रत के अगले दिन वह इतना खा लेता कि शरीर को व्रत से जो फायदे हुए वह खत्म हो जाते है। इसके अलावा ज्यादा खा लेने से कुछ नयी परेशानियाँ शुरू हो जाती हैं।