शुक्रवार, 29 मार्च 2024
  • Webdunia Deals
  1. खबर-संसार
  2. »
  3. लोकसभा चुनाव 2014
  4. »
  5. चुनाव मैदान से
Written By भाषा

कांग्रेस ने मानी हार, तीसरे मोर्चे से समर्थन की योजना-मोदी

कांग्रेस ने मानी हार, तीसरे मोर्चे से समर्थन की योजना-मोदी -
FILE
अहमदाबाद। भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को कहा कि कांग्रेस ने अपनी हार पहले ही स्वीकार कर ली है क्योंकि पार्टी की योजना उन्हें दौड़ से बाहर रखने के लिए केंद्र में तीसरे मोर्चे की सरकार को समर्थन देने की है।

गुजरात के 63 वर्षीय मुख्यमंत्री पार्टी के वयोवृद्ध नेता लालकृष्ण आडवाणी के निर्वाचन क्षेत्र गांधीनगर में अपना वोट डालने के बाद संवाददाताओं से बात कर रहे थे।

स्वयं पर प्रियंका गांधी के हमलों के बारे में पूछे गए सवालों का सीधा जवाब देने से बचते हुए मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने अपनी हार पहले ही स्वीकार कर ली है क्योंकि वह कह रही है कि मुझे दौड़ से बाहर रखने के लिए वह केंद्र में तीसरे मोर्चे की सरकार को समर्थन देगी।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री, वित्त मंत्री और वरिष्ठ मंत्री चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। कांग्रेस के बड़े नेता चुनावों से भाग रहे हैं।

भाजपा के खिलाफ प्रियंका गांधी की मुहिम पर क्या बोले मोदी...


स्वयं के और भाजपा के खिलाफ प्रियंका गांधी की मुहिम के बारे में बार बार सवाल पूछे जाने पर मोदी ने कहा कि अब कांग्रेस के कुछ नेता अपनी कुर्सी बचाने के लिए, कुछ नेता खुद को बचाने के लिए और कुछ नेता कांग्रेस पार्टी की प्रतिष्ठा बचाने के लिए प्रयासरत हैं।

मोदी उन शुरुआती मतदाताओं में से थे जिन्होंने सुबह सवेरे ही अपने मताधिकार का उपयोग किया। उन्होंने शहर के घतलोदिया इलाके में स्थित निशान स्कूल मतदान केंद्र पर अपना वोट डाला।

घतलोदिया विधानसभा सीट अहमदाबाद शहर का हिस्सा है और गांधीनगर विधानसभा सीट के अंतर्गत आती है जहां से आडवाणी चुनाव लड़ रहे हैं।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने मोदी के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करने की धमकी दी है। इस बारे में पूछने पर मोदी ने कहा कि वह पिछले 12 साल से मुकदमों का सामना कर रहे हैं और उन लोगों के लिए शुभकामनाएं करते हैं जो लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव नहीं लड़ना चाहते।

भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार ने कहा कि पिछले 12 साल तक मैंने सीबीआई तथा अन्य मामलों का सामना किया है। जो लोग लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव नहीं लड़ना चाहते, उन्हें मैं उनके पसंद के रास्तों के लिए शुभकामनाएं देता हूं। (भाषा)