श्री गणेश के प्रथम पूज्य होने की रोचक कथाएं
प्रस्तुति - ऋषि गौतम
परमपुरुष (शिव) और प्रकृति (पार्वती) के पुत्र श्रीगणेश को सबसे पहले पूजने के कारण उन्हें प्रथम पूज्य कहा जाता है। समस्त कामों के निर्विघ्न संपन्न होने के लिए गणेश-वंदना की परंपरा युगों पुरानी है। मानव तो क्या, देवता भी सर्वप्रथम इनकी अर्चना करते हैं। पुराणों में श्रीगणेश के जन्म व प्रथम पूज्य होने की अनेक कथाएं हैं। पहली कथा- गणेश पुराण की कथा के अनुसार,भगवान शंकर त्रिपुरासुर से युद्ध के पूर्व गणेश जी का पूजन करना भूल गए। महादेव को जब विजय नहीं मिली,तब उन्हें याद आया। युद्ध रोककर शंकरजी ने गणेश-पूजन किया। इसके बाद वे फिर से युद्ध करने गए और त्रिपुरासुर का वध कर दिया। पुराणों के कई श्लोकों से यह भी स्पष्ट होता है कि मात्र देवताओं ने ही नहीं,वरन् असुरों ने भी गणेश की अर्चना की है।