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Written By WD

वेबदुनिया : दस साल का सुहाना सफर

विश्व के प्रथम हिन्दी पोर्टल की दसवीं वर्षगाँठ

webdunia.com - Happy Birth Day | वेबदुनिया : दस साल का सुहाना सफर
(वेबदुनिया डेस्क)
WD
हम सभी हर्षित हैं कि आप सबकी प्रिय वेबदुनिया 10 वर्ष की हो गई है। वेबदुनिया डॉट कॉम दसवाँ जन्मदिन मनाते हुए समस्त देशवासियों को शुभकामनाएँ देता है। वैश्विक स्तर पर मातृभाषा हिन्दी को यशस्वी स्थान देने का जो सुन्दर सपना वेबदुनिया ने सँजोया था यकीनन वह सहजता से पूरा हुआ है।

23 सितंबर 1999 को वेबदुनिया ने जब अपनी नन्ही आँखें खोली थीं तब सामने खड़े थे ढेर सारे सपने, अपेक्षाएँ और संभावनाएँ। कई सवाल और कई समस्याएँ। आशंका और भय का नामोनिशान नहीं था लेकिन विश्वास और परंपरा का परचम न झुकने पाए यह सात्विक चिन्ता अवश्य कहीं कसमसा रही थी। इरादे नेक थे और हौसला बुलन्द। परिणाम सामने है।

आज वेबदुनिया हिन्दी के साथ-साथ पंजाबी, मराठी, गुजराती बंगला, मलयालम, कन्नड़, तमिल और तेलुगू भाषा में भी अपना वर्चस्व स्थापित कर रही है। विश्व का यह प्रथम हिन्दी पोर्टल न सिर्फ भाषा के स्तर पर विश्वसनीय सिद्ध हुआ है, बल्कि शैली, शिल्प, विषयवस्तु और विविधता की दृष्टि से भी श्रेष्ठतम रहा। वेबदुनिया के आगमन पर असंख्य सवालों के चेहरे थे।

आज वही वेबदुनिया सगर्व खड़ी है भरपूर जवाबों और उपलब्धियों के साथ। वेबदुनिया का निरंतर निखरता और सँवरता स्वरूप इस बात का प्रमाण है कि इस पोर्टल में उन करोड़ों भारतीयों की बौद्धिक क्षुधा शांत करने की क्षमता है जो स्तरीय सामग्री विस्तार से प्रामाणिक रूप में इंटरनेट पर पढ़ने के लिए बेचैन थे।

भारत में बढ़ते व्यापार और विकास की दर को देखते हुए यह आवश्यकता महसूस की गई कि लोगों को उनकी अपनी भाषा में सामग्री पहुँचाई जाए। इंटरनेट के संदर्भ में कई भाषायी भ्रांतियाँ थीं। इसे पूरी तरह से अंग्रेजी भाषा का माध्यम माना जाता था। वास्तव में हिंदी में पोर्टल की शुरुआत यह सोचकर की गई थी कि इंटरनेट जनसंचार का अत्यंत सुगम माध्यम बनता जा रहा है और देश में इसकी पहुँच जन-जन तक बनाने के लिए हिन्दी और अन्य भारतीय भाषाओं का सहयोग महत्वपूर्ण साबित होगा।

यही नहीं वेबदुनिया के माध्यम से भाषा के स्थानीयकरण जैसा विचार भी उपजा। अर्थात विदेशी भाषा की विषय सामग्री को भारत की भाषा के अनुकूल अनुवाद करना। इस ओर वेबदुनिया के प्रयास अत्यंत सार्थक रहे।

वेबदुनिया के भाषा विशेषज्ञों ने भाषा के अनुकूलन के साथ-साथ अन्य अनुप्रयोगों में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। जैसे मोबाइल के लिए बहुत से अनुप्रयोगों के लिए सेवाएँ प्रदान करना जिसमें स्थानीयकरण, संदेश सेवाएँ, कस्टम अनुप्रयोग, एसएमएस सुविधा के साथ और भी बहुत-सी उपयोगी सेवाएँ शामिल हैं। वेबदुनिया की शुरुआत एक क्रांति की तरह हुई जिसने इंटरनेट की दुनिया में एक विशिष्ट रास्ता बनाया।

हमारे देश के विषय में विशेषज्ञों ने कहा था - 'भारत, इंटरनेट और भारतीय भाषाएँ आने वाली विश्व अर्थव्यवस्था में सोने की खान साबित होंगी..!' और कहना होगा कि यह सच सिद्ध हो रहा है। वेबदुनिया के संस्थापकों ने आने वाले कल की पदचाप पहले ही सुन ली थी इसीलिए इस दिशा में अपने मजबूत कदम बढ़ाए।

वेबदुनिया पोर्टल के रूप में
WD
23 सितंबर को स्वरूप में आए वेबदुनिया ने पोर्टल के रूप में अपनी अलग पहचान बनाई है। ऐसे कई देश हैं जहाँ अंग्रेजी भी बोलचाल में नहीं है वहाँ के अप्रवासी भारतीयों को नेट पर हिंदी में वेबदुनिया.कॉम देखकर जो सुखद आश्चर्य होता है उसकी कोई सीमा नहीं है। वेबदुनिया ने पोर्टल के रूप में अपने नाम के अनुरूप हर क्षेत्र को समेटा है। राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय समाचारों से खेल जगत तक, महिलाओं के संसार से साहित्य जगत तक, बच्चों की दुनिया से बॉलीवुड तक, करियर से लेकर ज्योतिष तक....सूची बहुत लंबी है।

वेबदुनिया द्वारा किसी घटना विशेष को महत्व देते हुए विशेष पेज बनाए जाते हैं और घटना विशेष को अच्छा कवरेज दिया जाता है। वेबदुनिया की कई सेवाएँ ऐसी हैं जिनके माध्यम से यूजर सीधे लाभ उठा सकते हैं जैसे ज्योतिष चैनल के माध्यम से कुंडली बनवाना, पत्रिका मिलान और भविष्य से संबंधित प्रश्न पूछे जा सकते हैं।

अ) चैनल्स
एक पोर्टल के रूप में वेबदुनिया में कई चैनल्स हैं और नित नवीन जुड़ते जा रहें हैं। इन्हें विभिन्न वर्ग की रुचियों को ध्यान में रखकर बनाया गया है। वेबदुनिया ताजा समाचारों से अवगत कराने के अलावा बहुत-सी बहुमूल्य जानकारियाँ भी उपलब्ध कराता है। वर्तमान समय में इंटरनेट का प्रयोग बढ़ता जा रहा है और इसके साथ कदम से कदम मिलाकर चलने को वेबदुनिया पूरी तरह से तैयार है।

ब) कार्यविधि
किसी भी अखबार के नेट संस्करण से पोर्टल इस मायने में भिन्न है कि इसमें समाचार और विशेष लेख किसी भी समय बदले जा सकते हैं जबकि अखबार के नेट संस्करण में इसे जब अखबार प्रिंट होगा तभी बदला जाएगा। पोर्टल पर खबरों को प्रिंट जैसी प्रक्रिया का इंतजार नहीं करना पड़ता। इस पर विषय सामग्री डालने की प्रक्रिया सरल है लेकिन इससे संपादक की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है।

पोर्टल चूँकि संपूर्ण विश्व में देखा जा सकता है अतः यह किसी देश की सीमाओं में बँधा हुआ नहीं है और संपादक को इसमें एक स्थानीय यूजर के अलावा सात समंदर पार बैठे यूजर की आवश्यकताओं और रुचियों का भी ध्यान रखना पड़ता है। उसके कार्य का मूल मंत्र Think locally and act globally होना चाहिए।

ब्लॉग- वेबदुनिया की ब्लॉग सेवा’माय वेबदुनिया’ ने उन लेखकों के लिए एक विशाल कैनवास दिया है जिनकी अभिव्यक्ति प्रकाशन के रास्ते नहीं तलाश पा रही थी। आज इस सेवा ने नवोदित से लेकर स्थापित लेखकों तक अनुभूतियों का इन्द्रधनुष रच दिया है। आपकी लेखनी, आपका समय, आपका स्थान और आपके विचार कभी भी और कहीं भी बैठकर इसे अपडेट किया जा सकता है। माय वेबदुनिया युवा रचनाकारों के लिए आदर्श ब्लॉग सेवा बनकर उभरी है।

संभावनाएँ
विश्व में नेट यूजर्स की संख्या बढ़ती ही जा रही है और अब भारत के गाँव-गाँव तक इंटरनेट की पहुँच बन चुकी है। इंटरनेट को हिन्दी में देखे जाने की बढ़ती माँग को देखते हुए अब हिन्दी में पोर्टल्स की बाढ़-सी आ गई है लेकिन इस क्षेत्र में वेबदुनिया अग्रणी है और हमेशा रहेगा। नेट यूजर्स बढ़ने के साथ ही इस क्षेत्र में संभावनाएँ भी बढ़ती जा रही हैं। वेबदुनिया की उत्तरोत्तर उन्नति इस बात का प्रतीक है।

यूजर्स के असंख्य मेल हमारा हौसला हैं और उनका प्यार हमारी प्रेरणा। आप सभी के बिना यह उपलब्धि संभव ही नहीं थी। सही मायनों में आज वेबदुनिया के पाठक हकदार हैं बधाई के। 11वाँ वर्ष और आने वाले कई वर्ष इसी स्नेह के सहारे बुलंदी के परचम लहराएँगे, यही शुभकामना है।