शुक्रवार, 29 मार्च 2024
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Written By ND

हो जाइए मेंटली टफ

हो जाइए मेंटली टफ -
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आज स्टूडेंट्स को कड़ी प्रति‍योगि‍ता का सामना करना पड़ रहा है। हर कोई करियर में आगे निकल जाना चाहता है और कामयाबी का स्वाद चखना चाहता है। इसके लिए जरूरी है मेंटल टफनेस। यह न हो तो स्टूडेंट्स जल्द ही हार मान लेते हैं और अपने गोल से हमेशा दूर ही रह जाते हैं। लिहाजा हर स्टूडेंट्स के लिए मेंटल टफनेस हासिल करना बहुत जरूरी है।

यह टफ कॉम्पीटिशन का दौर है। यह करियर में नई ऊँचाइयाँ हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करने का भी दौर है। करियर चाहे एमबीए में बनाना हो या होटल मैनेजमेंट में, रेडियो जॉकी बनना हो या एनिमेटर, आज हर स्टूडेंट के लिए जरूरी है मेंटल टफनेस। इसके अभाव में बहुधा कई स्टूडेंट्स जल्दी हताश और निराश हो जाते हैं, टूट जाते हैं और डिप्रेस्ड हो जाते हैं।

इसलिए आज के इस दौर में मेंटल टफनेस का होना निहायत ही जरूरी है। मेंटल टफनेस का अर्थ है तमाम प्रतिकूल परिस्थितियों में रहते हुए, हर तरह की बाधाओं को पार करते हुए सकारात्मक सोच के जरिए आगे बढ़ते रहना। इसके लिए यहाँ कुछ एक्शन टिप्स दी जा रही हैं जिसके सहारे स्टूडेंट्स अपनी मेंटल टफनेस को हासिल कर सकते हैं।

1. एक्सपर्ट्स की सुनें :

अपनी मेंटल टफनेस विकसित करने के लिए स्टूडेंट्स उन लोगों की बॉयोग्राफिज और ऑडियो प्रोग्राम्स पढ़-सुन सकते हैं जिन्होंने तमाम विपरीत हालातों में कामयाबी हासिल की। दुनिया में ऐसे कई लोग हैं जिन्होंने यह कर दिखाया है। इसके अलावा इंटरनेट पर या मैग्जीन्स में सक्सेस स्टोरीज पढ़ सकते हैं। ये स्टूडेंट्स को इंस्पायर करती हैं और उनके मन में उत्साह पैदा करती हैं। यह पढ़कर सोचिए कि आपमें और उनमें कोई अंतर नहीं। बस सोच का अंतर है क्योंकि उन्हें विश्वास था कि वे कामयाब होंगे। तो आप क्यों नहीं हो सकते।

2. बि‍ना दुख के सुख नहीं मि‍लता :

यह एक मिथ है कि बिना किसी परेशानी या तकलीफ के कामयाबी हासिल की जा सकती है। तमाम तरह की सक्सेस स्टोरीज पढ़ें तो यह पाएँगे कि उन्होंने कामयाबी का स्वाद चखने के पहले कई तरह के फिजिकल और इमोशनल पेन सहे। इसलिए बेहतर यह होगा कि आप अपनी गलतियों के साथ ही दूसरों की गलतियों से भी सीखें। यही सीख आपको प्रेरित करेगी कि आप दृढ़ता से आगे बढ़ते जाएँ, अपनी तकलीफों और परेशानियों को भूलकर। अपने से अपेक्षा रखें और उन्हें पूरा करने की ताकत हासिल करते रहें।

कल की चिंता ना करें और सदैव अपने लक्ष्‍य की ओर केंद्रि‍त रहें। छोटी-छोटी नाकामि‍यों से परेशान, उदास और हतोत्‍साहि‍त न हों। छोटी बातों में उलझेंगे तो छोटे होकर रह जाएँगे।
3. समस्‍या क्या है?

अपनी समस्याओं को पहचानें। उन्हें जानने और समझने की कोशिश करें। आप यह जान लेंगे तो उसके हल या उपाय के बारे में बेहतर ढंग से सोच सकेंगे। और यदि सोच सकेंगे तो उसे हल करने की दिशा में आगे बढ़ सकेंगे। यदि आप यह देख पाएँगे कि आपसे क्या गलतियाँ हुई हैं तो फिर इस बात पर एकाग्र करें कि आप कैसे आगे बढ़ सकते हैं।

4. करें कुछ हट के :

कई बार स्टूडेंट्स रूटीन में फँसे होते हैं। कभी- कभी यह कोशिश करिए कि रूटीन से हटकर काम कर सकें। जैसे आप फिटनेस के लिए जिम जाते हैं तो दूसरी जिम जाना शुरू करें। जो वर्क आउट रोज करते हैं, उसे रोज बदलते रहें। अपने टीवी को एक माह के लिए अलमारी में बंद कर दें, क्योंकि यह आपका काफी समय और एनर्जी खा जाता है। इससे आप अलग-अलग माहौल में आत्मविश्वास के साथ रहना सीखेंगे।

5. फिट रहें :

सेहत के प्रति सचेत रहें। इसके प्रति अपने को प्रशिक्षित भी करते रहें। आपके लिए क्या खानपान होना चाहिए, किस तरह की एक्यह टफ कॉम्पीटिशन का दौर है। यह करियर में नई ऊँचाइयाँ हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करने का भी दौर है। करियर चाहे एमबीए में बनाना हो या होटल मैनेजमेंट में, रेडियो जॉकी बनना हो या एनिमेटर, आज हर स्टूडेंट के लिए जरूरी है मेंटल टफनेस। इसके अभाव में बहुधा कई स्टूडेंट्स जल्दी हताश और निराश हो जाते हैं, टूट जाते हैं और डिप्रेस्ड हो जाते हैं।

6. साथ रहें :

मेंटल टफनेस में भी अकेले ना रहें और न ही अकेले काम करें। ऐसे लोगों के साथ भी ना रहें जो स्‍वयं को असफल मानते हैं और अब तक कुछ अचीव नहीं कर पाए हैं। उनका फ्रस्‍ट्रेशन आपको भी परेशान करेगा।

7. लक्ष्‍य पर रहे ध्‍यान

कल की चिंता ना करें और सदैव अपने लक्ष्‍य की ओर केंद्रि‍त रहें। छोटी-छोटी नाकामि‍यों से परेशान, उदास और हतोत्‍साहि‍त न हों। छोटी बातों में उलझेंगे तो छोटे होकर रह जाएँगे।